राइनोसोरस की तरह ही , अब तुम्हारी यादें भी संरक्षित हैं............. ताख पर रखे एक पुराने से संदूक मे। कमरे का वह कोना आज भी तुम्हारे ही नाम से आरक्षित है । उन्हीं यादों की लाल आंकड़े वाली किताब में दर्ज है अब भी मेरे कई सपने गीत और कुछ अधूरी कविताये, और वही सहेज रखी हैं मैंने तुम्हारी कांच की चूड़ियाँ मेहदी, टिकली, पायल, और आँखों का काजल..................... कई दिन हो गये गया नहीं वहां। ...
Thursday, 21 June 2012
Tuesday, 19 June 2012
Tagged under: मेरा आकाश
ट्रांजिट ऑफ़ वीनस
जब शुक्र ग्रह पृथ्वी और सूर्य के बीच से गुजरता है, तब वह सूर्य की डिस्क पर एक काले बिंदु के रूप मेंदिखाई देता है इसे ही ट्रांजिट ऑफ़ वीनस कहते है। दूरबीन का आविष्कार के बाद अब तक इस तरह की केवल आठ घटनाये (1631, 1639, 1761, 1769, 1874, 1882, 2004 तथा 2012) ही हुई है जो इसे दुर्लभ बनाती है। इस खगोलीय घटना का दूसरा महत्वपूर्ण पक्ष यह भी है कि इसी आधार पर पहली बार प्रमाणिक तौर पर पृथ्वी से शुक्र सहित सूर्य से पृथ्वी तथा अन्य ग्रहों कि दूरियों का शुद्धता से आकलन किया गया और सौर-मंडल के विस्तार को समझा जा सका। 06 जून, 2012...
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