मैं,
मृतोपजीवी था,
पर तुमने
पर्णहरिम का
संचार कर
मुझमे
जीवन लालसा
पैदा की I
खाद पानी
क्या दिया कि
मेरी रगों में दौड़ते
पर्णहरिम ने
सूरज की गर्मी को
कैद कर लिया
और मैं ........
स्वपोषी हो गया
ये कैसा परिवर्तन!
मैं चकित था II
- सिद्धांत
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